शरीर के लिये घातक है। रिफाइंड तेल का सेवन हो जाओ सावधान अगर आप भी करते हों सेवन !

 



वैसे तो हमारे जीवन में रोज़ खानपान में तैलों की अहम भूमिका है। लेकिन क्या आप जानते हो । रिफाइंड आयल कैसे हमारी सेहत को नुकसान देता है ! अभी हो जाओ सावधान भूलकर भी ना करे रिफाइंड तेल का उपयोग नहीं तो उठाना पड़ेगा भारी नुकसान


वैसे तो बहुत तरह के रसायनों का प्रयोग करके खाद्य तेलों को रिफाइन किया जाता है। जहां अन्य तेलों को रिफाइन करने में अधिकतम 6 से 7 प्रकार के रसायन का प्रयोग किया जाता हैं, वहीं डबल रिफाइंड तेलों को रिफाइन करने में 12-13 रसायनों का प्रयोग होता है। इन रसायनों में से एक भी रसायन जैविक नहीं होता, बल्कि अन्य रसायनों के साथ मिलकर यह जहराले तत्वों का निर्माण करने में एक अहम भूमिका निभता होता है।




शोधकर्ताओं द्वारा किये गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि रिफाइंड तेल के बजाए हमको पारंपरिक खाद्य तेल का प्रयोग अपेक्षाकृत अधिक सेहतमंद होता है। बढ़ते कॉलेस्ट्रॉल की बीमारी से बचने के लिए हम जिस रिफाइंड तेल का प्रयोग करते हैं, वह हमारे शरीर के अंदरूनी अंगों से प्राकृतिक चिकनाई भी छीन लेते हैं।


 

प्रोटीन का सेवन हमारे दैनिक जीवन में कितना उपयोगी है ये तो आपको पता ही होगा अन्य तेलों में आपको सूंघने पर एक गन्ध महसूस होती है। वो गंध तैल में युक्त
प्रोटीन के कारण होती है। लेकिन रिफाइंड तेल में रिफाइन करके प्रोटीन को अलग कर दिया जाता है।


रिफाइंड तेल के सेवन से शरीर मे हड्डियों व जोड़ो में दर्द, त्वचा रोग जैसे विभन्न तरह की बीमारियां उत्पन हो जाती है। शरीर कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाता है



अगर आप भी अपने परिवार की सेहत को रखना चाहते हो बरकरार तो हमेशा खानपान में पारंपरिक तैल जैसे नारियल का तैल, सरसों का तैल तिल का तैल का उपयोग करना चाहिए


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