mouth ulcer home remedies | Nearmedicine

 

आजकल फ़ास्ट फ़ूड खाना एक फैशन हो गया है । लेकिन इसके  गंभीर परिणाम होते हैं जिनमे से एक है । मुँह के छाले (mouth ulcer) यह एक सामान्य समस्या है जो लगभग दुनिया मे सभी लोगों को कभी न कभी होती है। यह छाले गालों के अन्दर हो जाते हैं, तथा जीभ पर और होंठो के अन्दर की तरफ होते हैं। यह छाले सफेद या लाल घाव की तरह दिखाई देते हैं। यह छाले ऐसे तो कोई बड़ी समस्या नहीं है पर यह बहुत ही कष्टदायक होती है, छालों की वजह से मुँह में जलन तथा कुछ भी खाने में परेशानी होती है खासकर तीखा खाने में, कईं बार मुँह से खून भी निकलता है।अगर इन छालो का समय पर  इलाज न कराओ तो यह कभी-कभी कैंसर का कारण भी बन जाता है।



आखिर क्यों हो जाते है । मुँह में छाले ? (Causes of Mouth Ulcer)

मुँह में छाले क्यों हो गए इसका कारण

अधिकांश लोग जानते ही नहीं है । और बिना कारण जाने ही उसकी दवाई ले लेते हैं जिससे कुछ दिन बाद फिर छाले हो जाते हैं  अगर आप छालो को जड़ से खत्म करना चाहते हो तो इसका सही उपचार करना बहुत जरूरी है अन्यथा इसका इलाज बहुत कठिन हो जाएगा ।  पित्त दोष के असंतुलन के कारण मुँह में छाले हो जाते  हैं। लेकिन मुँह के छाले पड़ने के अन्य बहुत से भी कारण होते हैं। आइये पहले उनके बारे में जानते हैं : 

1. पेट की खराबी या पेट मे  कब्ज होना।

2. खाना चबाते समय गलती से गाल का कट जाना।

3. शरीर मे विटामिन बी-12, जिंक, फोलिक एसिड और आयरन की कमी भी इसका मुख्य कारण है ।

4. भोजन में अत्यधिक तला-भुना एवं मिर्च-मसाले का सेवन करना ।

5. महिलाओं में मासिक धर्म के समय होने वाले हार्मोन्स में बदलाव होने के कारण भी छालें हो जाते हैं ।

6. अण्डा, स्ट्रॉबेरी, नट्स या तीखा भोजन आदि जो लोग नहीं खाते हैं उसकी वजह से भी छाले उत्पन हो जाते हैं

7. जो लोग एल्कोहल व गुटके का ज्यादा सेवन करते हैं उसके कारण मुँह की श्लेष्मा झिल्ली के सम्पर्क में आने से उसको परिगलित (necrotic) करते हैं जिससे मुँह में छाले बन सकते हैं।

अन्य बीमारियों के कारण भी मुँह में छाले (mouth ulcer) हो जाते हैं-

  1. जिन लोगो को लम्बे समय से कब्ज की समस्या रहती है उनमें बार-बार मुँह के छाले हो जाते हैं।
  2. आंत्र के रोग जैसे क्रोन रोग (Crohn’s disease) और अल्सरेटिव कोलाइटिस  (Ulcerative colitis)होने पर।
  3. सीलिएक रोग (Celiac disease) नामक रोग हो जाने पर व्यक्ति को ग्लूटेन के प्रति संवेदनशीलता होती है, ग्लूटेन अनाज में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है। इसके कारण भी छाले हो जाते है।
  4. शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी पावर) का कमजोर होना।
  5. एच.आई.वी. (H.I.V) नामक बीमारी होना, जिससे रोगो से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।

निम्न उपाय से मुँह के छालों से बचाव (Prevention from Mouth Ulcer)

अगर आप बार बार मुँह के छालों (Muh ke chhale) से बचना चाहते हो तो इसके लिए आहार और जीवनशैली में बदलाव लाने की ज़रूरत  है ।

भोजन मे मिर्च एवं अधिक मसाले युक्त खाने से परहेज करें।

जो लोग बहुत ज्यादा च्युइंगम चबाते है इस आादत के कारण भी माउथ अल्सर होते हैं। अत: इसको करने से बचे।

दिनचर्या में विटामिन-सी से युक्त फलों एवं सब्जियों का सेवन अधिक करें।

दूध से बने खाद्य पदार्थ जैसे दही, मक्खन, पनीर और दूध का अधिक सेवन करें ताकि शरीर में विटामिन-बी की कमी न हो जो कि माउथ अलसर होने का एक अहम कारण है।

भोजन के साथ कच्चे प्याज का सेवन भी मुँह के छालो से बचाता हैं।

हमेशा पष्टिक आहार करें क्योंकि फोलिक एसिड, जिंक, विटामिन-बी6 व आयरन की कमी की वजह से भी छाले होते हैं।

प्रतिदिन 7-8 गिलास पानी पीना चाहिए ।

कब्ज की समस्या का उपचार करें, तथा भोजन में रेशेदार सब्जियों एवं फलों का अधिक से अधिक सेवन करें।

रोजाना ग्रीन-टी का सेवन करें।

मुँह के छालों के  घरेलू उपचार (Home Remedies for Mouth Ulcers in Hindi)

मुंह के छाले (Muh ke chale) होने पर अंग्रेजी दवा खाने की बजाय पहले घरेलू उपचार करना चाहिए। अगर इससे फायदा न हो तब अंग्रेजी दवाई का सेवन करे  


1-आप शहद व मुलेठी का चूर्ण बनाये और  इस लेप को मुँह के छालों (Muh ke chhale) पर लगाएँ फिर लार को मुँह से बाहर टपकने दें।

2-वैसे कत्था के बहुत से फायदे हैं,कत्था मुलेहठी का चूरन बनाकर और उसमे शहद मिलाकर मुँह के छालों पर लगाने से भी मुँह के छालो में फायदा होता है।

3-अगर आप 10.5 ग्राम कपूर का चूर्ण को 10 ग्राम. हल्का गर्म दूध में मिलाकर छालों पर लगाते हो तो मुँह के छाले (Muh ke chaale) नष्ट हो जाते है।

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