जॉन्डिस होने का क्या कारण है इसका उपाय क्या है क्या लक्षण है।बचाव कैसे करें।
हमारी बदलती जीवनशैली ही आज हमारी बीमारी का कारण बन चुकी है। इन्ही बीमारियों में से एक बीमारी पिलाया या जॉन्डिस भी है। यह बीमारी आजकल नवजात बच्चो को ज्यादा होती है। अगर आपके नाखुन का रंग पीला, आपकी आंख के सफेद वाले भाग का रंग पीला तथा शरीर का रंग भी हल्का सा पीला दिखाई दे तो वह पीलिया या जॉन्डिस के लक्षण हो सकता है।
जॉन्डिस होने का क्या कारण है :-
हमारी बदलती जीवनशैली ही आज हमारी बीमारी का कारण बन चुकी है। इन्ही बीमारियों में से एक बीमारी पिलाया या जॉन्डिस भी है। यह बीमारी आजकल नवजात बच्चो को ज्यादा होती है। अगर आपके नाखुन का रंग पीला, आपकी आंख के सफेद वाले भाग का रंग पीला तथा शरीर का रंग भी हल्का सा पीला दिखाई दे तो वह पीलिया या जॉन्डिस के लक्षण हो सकता है।जॉन्डिस होने का वेज्ञानिक कारण:-
जॉन्डिस होने का वेज्ञानिक कारण है कि हमारे शरीर मे जो रेड बल्ड सलस होते हैं उनके टूटने की एक समय सीमा होती है जो 120 दिन तय है इनके टूटने से बिलिरुबिन नाम का एक पदार्थ निकलता है ये पदार्थ हमारे लिवर मे जाता है उसके बाद यह हमारे मल मूत्र मे समलित होकर हमारे शरीर से बाहर निकल जाता है। लिकिन किसी करण वस रेड ब्लड सेल्स 120 दिनों से पहले टूट जाते तो हमारे शरीर मे बिलिरुबिन की मात्रा बढ़ने लगती है जिसके कारण पिलाया या जॉन्डिस हो जाता है।
जॉन्डिस या पिलाया के लक्षण:-
- शरीर का रंग पीला पड़ जाना
- बुखार रहना
- पेट मे दर्द होना
- भूख नही लगना
- पेशाब का रंग पीला हो जाना
- कमजोरी महसूस होना
- वजन घटना आदि
पिलाया या जॉन्डिस से बचाव:-
1. पिलाया से बचने के लिए बाजार का व खुले मे रखे हुआ खाना न खाए।2. उबला हुआ पानी पिये।
3. सुबह की ताजी धूप शरीर पर लगाये।
4. हरी सब्जियों का सेवन करे
अगर आपको ये लक्षण दिखाई दे तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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